जयशंकर ' प्रसाद' आधुनिक हिंदी साहित्य में छायावादी काव्यधारा के
श्रेष्ठ कवि ही नहीं, आधुनिक हिंदी कहानियों के आरंभकर्ता भी माने जाते
हैं. उन की कहानियों में भारतीय संस्कृति एवं आदर्शों के संरक्षण का
प्रयास किया गया है.
'प्रसाद' जी ने ज्यादातर भाव एवं वातावरण प्रधान कहानियां लिखी हैं.
साथ ही ऐतिहासिक एवं पौराणिक कथानकों पर भी उन्होंने कुछ मौलिक
तथा कलात्मक कहानियां लिखी हैं. उन की कुछ कहानियों में प्रेम,
रहस्यवाद, प्रतीकात्मकता आदि की प्रवृत्ति भी दिखाई देती है .
देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं अन्य शिक्षण संस्थाओं में प्रसाद की
कई कहानियां पाठ्यक्रम का एक अंग हैं.
उन के दो कथा संग्रहोंto ' आंधी ' और 'इंद्रजाल ' का एकत्र संकलन ' प्रसाद
की कहानियांto2 ' शीर्षक से प्रस्तुत है.
भावनाओं की मिठास एवं काव्य की सरसता के अद्भुत समन्वय से
परिपूर्ण यह संग्रह सर्वथा पठनीय एवं संग्रहणीय है .
Author's Name | Jai Shankar 'Prasad' |
Binding | Paper Back |
Language | Hindi |
Pages | 179 |
Product Code: | 808 |
ISBN: | 9788179872734 |
Availability: | In Stock |
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Prashad Ki Kahaniyan ?- II
- Brand: Vishv Books
- Product Code: 808
- ISBN: 9788179872734
- Availability: In Stock
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