प्रेमचंद की प्रासंगिकता के संदर्भ में प्रस्तुत है नारी प्रधान पारिवारिक कहानियों का संग्रहto 'दो सखियाँ' यह कथा है ऐसी दो सखियों की, जिन में एक पति के एकाकी और गंभीर प्रेम को सदा शक की नज़र से देखती रही और अतंत उस का प्रेम खो बैठी; जबकि दूसरी ने न केवल पति बल्कि उस के रूठे हुए परिवार को भी अपना बना लिया. घरपरिवार संबधी ऐसी ही अन्य रोचक कहानियों का संग्रह, जिसे आप अवश्य पढ़ना चाहेंगे।
Author's Name | Munshi Premchand |
Binding | Paper Back |
Language | Hindi |
Pages | 160 |
Product Code: | 720 |
ISBN: | 9788179871850 |
Availability: | In Stock |
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Do Sakhiyan
- Brand: Vishv Books
- Product Code: 720
- ISBN: 9788179871850
- Availability: In Stock
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