कथा सम्राट प्रेमचंद की कहानियां संपूर्ण भारत में आज भी पढ़ी, समझी तथा सराही जाती हैंto इतना ही नहीं विदेशी भाषाओं में भी उन की चुनी हुई कहानियों के अनुवाद हो चुके हैंto प्रेमचंद की इस प्रासंगिकता के संदर्भ में प्रस्तुत है उन की कुछ विशिष्ट कहानियों का संग्रह ‘गृहनीति,’ जिस में विभिन्न सामाजिक एवं पारिवारिक जीवन के खट्टे मीठे अनुभव बिखरे पड़े हैंto इस कथा संग्रह में लाटरी, शूद्रा, आधार, माता का हृदय, विनोद, डिक्री के रुपए, बूढ़ी काकी व उन्माद कहानियां संकलित हैं।
Author's Name | Munshi Premchand |
Binding | Paper Back |
Language | Hindi |
Pages | 120 |
Product Code: | 557 |
ISBN: | 9788179870198 |
Availability: | In Stock |
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