मोनू अपनी अपंगता के कारन हमेशा बुझाबुझा व कुंठाग्रस्त रहता था. उस के अंदर की बाल सुलभ जब की सिर उठाती तो कक्षा के शरारती बच्चे उस का मजाक उड़ा कर उसे मानसिक कष्ट पहुंचाते थे.
मोनू की इस दयनीय दशा को देख कर साहस और सूझबूझ से परिपूर्ण राजीव ने एक ऐसी तरकीब निकली कि पूरी कक्षा में आपसी प्रेम और मित्रता का माहौल बन गया. साथ ही जहां मोनू के मन से वेदना और हीनता खत्म हुई, वहीं इस कक्षा का बेहतर परीक्षाफल देख कर सभी दंग रह गए. इतना ही नहीं, पूरी कक्षा को एक पुरस्कार भी मिला. परन्तु कैसे यह सब? आखिर राजीव ने ऐसी कोेन तरकीब निकली?
जानने के लिए पढ़िए, एक अनूठा बाल उपन्यास to'दोस्ती का फर्ज़.'
Author's Name | Abha Yadav |
Binding | Paper Back |
Language | Hindi |
Pages | 92 |
Product Code: | 1262 |
ISBN: | 9788179877333 |
Availability: | In Stock |
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Dosti Ka Farz
- Brand: Vishv Books
- Product Code: 1262
- ISBN: 9788179877333
- Availability: In Stock
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