रमेश और हेमनलिनी का प्रेम परवान चढ़ने ही वाला था कि रमेश के पिता ने उस की शादी किसी और से करवा दी. छिपाने की तमाम कोशिशों के बाद भी क्या रमेश हेमनलिनी से अपनी यह शादी छिपाए रख सका? कमला रमेश के साथ उस की पत्नी बन कर रह रही थी किंतु क्या वह वास्तव में उस की पत्नी थी? जब दोनों को सचाई पता चली तो उन पर क्या बीती? जानते हैं,यह सब गड़बड़ घोटाला क्यों हुआ? सिर्फ एक दुर्घटना यानि 'नाव दुर्घटना' के कारण। प्रस्तुत उपन्यास में उक्त समस्त प्रश्नों के उत्तर मौजूद हैं. यह एक ऐसा उपन्यास है, जिसे आप अवश्य पढ़ना चाहेंगे और वह भी आदि से अंत तक.
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Product Code: | 949 |
ISBN: | 9788179874172 |
Availability: | In Stock |
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Naav Durghatna
- Brand: Vishv Books
- Product Code: 949
- ISBN: 9788179874172
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