दृष्टिदान' की कहानियां जीवन के विविध पहलुओं, अनुभवों, सचाइयों, सरोकारों एवं परिवेश के प्रति गहरी तथा मार्मिक ढंग से अभिव्यक्त करने के साथसाथ सकारात्मक दृष्टिकोण भी प्रस्तुत करती हैं. ये कहानियां पाठक के मन में एक अजीब सा कौतुहल जगाये रखती है. इसीलिए ये कहानियां भारतीय तथा वेदेशी भषाओं में अनुदित और रूपांतरित होती रही है.
नोबेल पुरुस्कारों से पुरस्कृत रविंद्रनाथ टैगोर की इन कहानियों में उन की सृजनात्मक एवं चिंतनात्मक प्रतिभा ने नवजागरण की चेतना को विकसित तथा पृष्ठ किया है.
Author's Name | Rabindranath Tagore |
Binding | Paper Back |
Language | Hindi |
Pages | 164 |
Product Code: | 663 |
ISBN: | 9788179871270 |
Availability: | In Stock |
All disputes are subject to Delhi Courts Jurisdiction only. |