राष्ट्रीय गीत 'वंदेमातरम के रचयिता बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय भारतीय
साहित्य के उन रचनाकारों की पहली पंक्ति में गिने जाते हैं, जिन्होंने
अपनी सरस रचनाओं के माध्यम से जनमानस में राष्ट्रीय एवं सामाजिक
चेतना जगाने का महत्वपूर्ण कार्य किया है . देश की प्रायः सभी भाषाओं में
बंकिमचंद्र की रचनाओं का अनुवाद हो चुका है.
भारत के 'एलेक्जेंडर ड्यूमा' कहे जाने वाले बंकिम की विशेषता है
भारतीय नारी की अंतर्वेदना, सहनशीलता और संघर्षशीलता को अत्यंत
प्रभावशाली ढंग से अभिव्यक्त करना.
उनकी इस अनुपम शैली का अनूठा उदाहरण है उन का चर्चित सामाजिक
उपन्यास 'कृष्णकांत का वस्रीयतनामा', जिस में एक ऐसी नारी की
मार्मिक कथा है, जो अपने चचिया ससुर जमींदार कृष्णकांत के
वसीयतनामे के मुताबिक उन की संपत्ति की मालकिन तो बन गई, किंतु
फिर शेष जीवन पतिसुख न पा सकीtoभले ही इस में उस के स्वाभिमान
और अल्हड्पन का योगदान रहा हो . क्या अंतिम समय में भी उसे पति की
निकटता मिल सकी ?
Author's Name | Bankim Chandra Chattopadhyay |
Binding | Paper Back |
Language | Hindi |
Pages | 104 |
Product Code: | 571 |
ISBN: | 9788179870334 |
Availability: | In Stock |
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Krishan Kant Ka Vasiyatnama
- Brand: Vishv Books
- Product Code: 571
- ISBN: 9788179870334
- Availability: In Stock
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