शक प्यार मुहब्बत की मजबूत से मजबूत बुनियाद को भी
जड़ से उखाडु फेंकता है. ईर्ष्या और घृणा की आग में
बड़ेबड़े राजेरजवाडे ध्वस्त हुए हैं.
यही ओथेलो के जीवन में भी घटित हुआ. वह अपने
बाहुनबल, रणकौशल और बौद्धिक चातुर्य से शीर्ष पर पहुंचा, लेकिन अपने ईर्ष्यारलु और सत्तालोलुप सहयोगियों
की घृणा, षड्यंत्र और कूटनीति का शिकार हुआ.
उस का क्रोध इतना भड़क उठता है कि वह जान से प्यारी
अपनी हृदयेश्वरी का अंत खुद ही कर बैठता है. उस के
बाद क्या हुआ? जानने के लिए पढिए विलियम शेक्सपियर
द्वार रचित 'ओथेलो दि मूर ऑफ वेनिस' का हिंदी
रूपांतर जो दिल की गहराई को छू जाता है.
इस का सरल भाषा में किया गया हिंदी अनुवाद सभी
पुस्तक प्रेमियों के लिए पठनीय व संग्रहणीय है.
Author's Name | William Shakespeare |
Binding | Paper Back |
Language | Hindi |
Pages | 108 |
Product Code: | 914 |
ISBN: | 9788179873823 |
Availability: | In Stock |
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Othello: The Moor of Venice
- Brand: Vishv Books
- Product Code: 914
- ISBN: 9788179873823
- Availability: In Stock
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