दहेज़ प्रथा और अनमेल विवाह की दुखांत कथा है प्रेमचंद का बहुचर्चित उपन्यास to 'निर्मला', जिस में उपन्यासकार ने तोताराम और निर्मला के माध्यम से एक आम गृहस्थ जीवन की विषमताओं को उजागर करने का सफल प्रयास किया है. अन्याय, अत्याचार, दमन, शोषण, परपीड़ा आदि का विरोध करते हुए भी प्रेमचंद समन्वय के पक्षपाती हैं. जीवन सत्य और युग सत्य को अपने उपन्यासों में निरूपित करने के कारण प्रेमचंद के उपन्यास हर वर्ग के पाठकों द्वारा पढ़े और सराहे जाते हैं.
Author's Name | Munshi Premchand |
Binding | Paper Back |
Language | Hindi |
Pages | 152 |
Product Code: | 672 |
ISBN: | 9788179871362 |
Availability: | In Stock |
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