बंकिम की इस अनूठी शैली का रोचक उदाहरण है, उन का हिंदूवादी उपन्यास 'सीताराम', जिस के नायक सीताराम ने एक ज्योतिषीय अन्धविश्वास के चलते अपनी पत्नी को त्याग तो दिया, किन्तु क्या वह आजीवन उसे भूल सके? और पति परित्यक्ता पत्नी भी उन से कितनी ही दूर क्यों न चली गई हो, किन्तु मुस्लिम आक्रान्ताओं से सीताराम का राज्य और मानमर्यादा बचाने में कभी पीछे नहीं रही.
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Product Code: | 578 |
ISBN: | 9788179870402 |
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